
किसानों की सबसे बड़ी जरूरतों में से एक है खेत की सिंचाई। अगर खेत में पानी की सुविधा ठीक तरह से न हो, तो मेहनत के बावजूद अच्छी फसल नहीं हो पाती। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने “फ्री बोरिंग योजना” शुरू की है, जिसके तहत किसानों को अपने खेत में मुफ्त बोरिंग करवाने की सुविधा दी जा रही है। यह योजना खासतौर पर उन किसानों के लिए है जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और अपने दम पर बोरिंग करवाना मुश्किल समझते हैं।
योजना का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के लघु और सीमांत किसानों को सिंचाई के बेहतर साधन उपलब्ध कराना है। सरकार चाहती है कि हर खेत में पर्याप्त पानी की व्यवस्था हो ताकि किसान बिना किसी चिंता के खेती कर सके। इस योजना के तहत सरकार द्वारा फ्री में बोरिंग की जाती है या कुछ मामलों में सीधे डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के माध्यम से किसानों के खातों में राशि भेजी जाती है ताकि वे खुद बोरिंग करवा सकें।
फ्री बोरिंग योजना के लाभ
इस योजना के कई फायदे हैं, जो सीधे किसान की आय और मेहनत पर असर डालते हैं।
- खेत में स्थायी सिंचाई की व्यवस्था हो जाती है।
- फसल उत्पादन में वृद्धि होती है।
- किसानों की निजी लागत घटती है।
- छोटे और सीमांत किसान आत्मनिर्भर बनते हैं।
- कृषि योग्यता में सुधार होता है और पानी की समस्या खत्म होती है।
फ्री बोरिंग योजना के लिए पात्रता
इस योजना का लाभ पाने के लिए किसान को कुछ जरूरी शर्तें पूरी करनी होंगी:
- आवेदक उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी किसान होना चाहिए।
- किसान के खेत में पहले से बोर नहीं होना चाहिए।
- केवल लघु और सीमांत किसान ही इस योजना में शामिल हो सकते हैं।
- आवेदक की आयु 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए।
- खेती से जुड़े सभी कागजात मौजूद होने चाहिए, जैसे खसरा और खतौनी।
आवश्यक दस्तावेज
फ्री बोरिंग योजना के आवेदन के लिए किसान को नीचे दिए दस्तावेज तैयार रखने होंगे:
- आधार कार्ड की कॉपी
- पासपोर्ट साइज फोटो
- सक्रिय मोबाइल नंबर
- बैंक खाता विवरण (डीबीटी के लिए)
- खसरा एवं खतौनी की प्रतिलिपि
- जमीन से संबंधित प्रमाण पत्र
इन दस्तावेजों की फोटो कॉपी आवेदन फॉर्म के साथ संलग्न करनी होती है।
फ्री बोरिंग योजना का फॉर्म कैसे भरें
जो किसान इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, वे ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से आवेदन कर सकते हैं।
- सबसे पहले किसान उत्तर प्रदेश कृषि विभाग की वेबसाइट या सिंचाई विभाग के पोर्टल पर जाएं।
- वेबसाइट पर फ्री बोरिंग योजना रजिस्ट्रेशन का विकल्प चुनें।
- रजिस्ट्रेशन फॉर्म डाउनलोड करें और उसमें सभी जानकारी ध्यानपूर्वक भरें।
- आवश्यक दस्तावेजों की फोटो कॉपी संलग्न करें।
- भरा हुआ फॉर्म अपने नजदीकी सिंचाई विभाग कार्यालय या ग्राम प्रधान के पास जमा करें।
ऑनलाइन आवेदन करने वाले किसान फॉर्म भरने के बाद सबमिट बटन पर क्लिक कर अपने आवेदन की स्थिति आसानी से देख सकते हैं।
योजना से जुड़ी अन्य जानकारी
इस योजना के तहत किसी भी तरह की बोरिंग मशीन, पाइप या मोटर पंप जैसी आवश्यक वस्तुएं भी किसानों को उपलब्ध कराई जा सकती हैं, यह लाभ क्षेत्र और विभागीय नीतियों पर निर्भर करता है। कुछ जिलों में किसानों को नकद सहायता (DBT) दी जाती है जबकि कुछ जगहों पर सीधे विभागीय सहायता से बोरिंग कराई जाती है।
















